Sun. May 19th, 2024
10 साल के बच्चे की हत्या, कुत्ते ने बताया की खुनी कौन है 10 साल के बच्चे की हत्या, कुत्ते ने बताया की खुनी कौन है 

10 साल के बच्चे की हत्या, कुत्ते ने बताया की खुनी कौन है

10 साल के बच्चे की हत्या, कुत्ते ने बताया की खुनी कौन है 
10 साल के बच्चे की हत्या, कुत्ते ने बताया की खुनी कौन है

पश्चिम बंगाल न्यूज:–

पश्चिम बंगाल से कम से कम 17 किलोमिटर के आस पास स्थित हुगली जिले का उत्तर पाड़ा क्षेत्र है। हुगली में स्थित कोननगर में स्थित मकान से 18 फरवरी रविवार की शाम को जोर जोर से चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही थी। जिसे सुनने के बाद कुछ लोग वहा पहुंचे तो पता चला कि, 10 साल के एक मासूम बच्चे का किसी ने हत्या कर दिया। और कत्ल भी कोई नार्मल तरीके से नहीं किया गया था, बल्कि चाकू से काटने और कई तरह के हथियारों से उसके शरीर के कई अंगों पर भी चोट दी गई थी। इस दर्दनाक घटना के बाद से बच्चे के परिजन के पैरो तले जमीन खिसक गई।

 

इस 10 साल बच्चे की हत्या की सुचना पुलिस को मिलते ही, उत्तर पाड़ा की पुलिस टीम मौके पर पहुंच जाती हैं। पुलिस के साथ सीन ऑफ क्राइम के मुआयने और सबूत को इकठ्ठा करने के लिए एक्सपोर्ट फोरेंसिक की एक टीम भी साथ आई। बिना देर किए इस मामले की जांच में पुलिस की टीम जुट जाती है। लिकिन किसी को भी यह नही समझ आ रहा थी। क्या वजह रही होगी , इतने छोटे से बच्चे को जान से मारने के पीछे का क्या राज रहा होगा, आखिर क्या दुश्मनी रही होगी।

हत्यारे ने श्रेयांशु की हत्या उस समय किया जब उसके घर में कोई नही था। पुलिस ने बताया कि श्रेयांशू के माता पिता दोनो जॉब करते है। लिकिन जब यह घटना हुआ तब कोई नही था, बच्चे के पास में। उसके माता पीते के साथ अन्य सदस्य भी घर से बाहर गए हुए थे। इसी मौके का फायदा उठाकर कातिल घर में घूस गया, और मासूम बच्चे की जान ले लिया।

 

घर के कुत्ते ने बताया हत्यारे का नाम

इस केस की जांच में आई पुलिस ने शुरुआत में ही कुछ बातो का ध्यान करती रही जिसके उसे इस केस को आसानी से सुलझाया जा सके।

पुलिस ने ध्यान दिया की कातिल की एंट्री घर में बिल्कुल समान्य है। क्युकी आस पड़ोस के लोगो ने भी किसी अनजान को घर में जबरदस्ती घुसते नहीं देखा था। और न ही दरवाजे और किसी तरह का टूटने का निशान भी नहीं था। पुलिस ने ध्यान दिया तो देखा की दरवाजे पर एक पालतू कुत्ता भी बंधा हुआ दिखा, जो घटना के समय कुत्ता भी शांत था। श्रेयांशु के घर एक कुत्ता भी पाला गया था, जो किसी अजनबी को देखते ही भोकने लगता था। लेकिन आश्चर्य की बात यह कि, जिस समय उस मासूम बच्चे के उपर जानलेवा हमला किया जा रहा था, तो उस समय कुत्ते को किसी ने भी भौंकते हुए नही और न ही देखा। घर का सारा सामान भी बिखरा हुआ नहीं था। सामान अपने जगह पर जस का तस पड़ा हुआ था।

जांच के दौरान पुलिस को चौका देने वाली बात पता चली, जिसपर यकीन कर पाना आसान नहीं था

पुलिस ने जब इन सब घटनाओं के बारे सख्ती से पूछ ताछ किया तो पुलिस के साथ साथ इस बात यकीन कर पाना बहुत ही मुश्किल था। पुलिस के पूछे जाने पर पता चलता है कि, उस मासूम बच्चे की मां शांता शर्मा का उसके सहेली इशरत से समलैंगिक संबंध है। यह संबंध आज से नही बल्कि शांता के शादी से पहले से ही था। पुलीस के पुछने पर आरोपी इशरत ने बताया कि, दोनो के इस समलैंगिक संबंध के बारे में शांता शर्मा के पति पंकज शर्मा को भी पता थी, लेकिन यह बात आज तक किसी को भी पता नही चला। लेकिन कुछ दिन पहले शांता के चार साल के बेटे ने अपनी मां और इशरत को अपत्तिजनक हाल में देख लेता है। बस इसी दिन से शांता शर्मा और उसकी सहेली इशरत दोनो परेशान थी कि यह राज कही यह बच्चा किसी के सामने उगल न दे।

दोनो बहुत ही ज्यादा डरी हुई थी, उन्होंने सोचा कि, अगर कैसा कुछ हुआ तो समाज में उनकी इज्जत नीलाम हो जायेगी। अपने इस झूठ की शान को बचाने के लिए दोनो ने मिलकर मासूम बच्चे श्रेयांस को मौत के घाट उतारने का फैसला किया। शांता शर्मा ने अपने सहेली के साथ मिलकर अपने ही मासूम से बच्चे को मारने के लिए तैयार हो गई। इसके बाद दोनो ने मिलकर एक प्लानिंग भी बनाई। और 18 फरवरी दिन रविवार की रात को दोनो ने मिलकर श्रेयांस पर जानलेवा हमला करना शुरू कर दिया। हमले के दौरान उन्होंने सबसे पहले बच्चें के सिर पर एक ईट से मारा। उसके बाद घर में रखी गणेश जी की मूर्ति से हमला करना सुरु कर दिया। इतना ही नही टूटे हुए टेबल से बच्चे के सिर को भी कुचलने की कोशिश की।

उसके बाद भी जब दोनो के कलेजे को ठंडक नही मिली तो रसोई घर से चाकू लेकर बच्चे के हाथ की नस काट दिया। जिसके बाद बच्चें के शरीर से खून बह जाने की वजह से वही मौत हो जाती है। और इसलिए बच्चे से शरीर पर चाकुओं से कई वार भी किए गए थे।

मोबाइल फोन के कॉल डिटेल ने खोला कातिल का राज

जब पुलिस ने इस घटना का खुलासा किया। तो इस बात को स्वीकार करना लोगो के लिए बहुत ही मुस्कील हो रहा था। एक मां ने अपने ही 10 साल के मासूम बच्चे को मौत के घाट उतार दिया। लेकिन पुलिस ने कई ऐसे सबूत इकट्ठा कर कर लिया, जो श्रयांश के मां की ओर इशारा कर रही थी। जैसे, कॉल डिटेल, चाकू पर अंगुलियों का निशान, सीडीआर, और मां शांता के खिलाफ भी कई ऐसे सबूत मिले। यह तो पता चल गया कि उत्तर पाड़ा के पुलिस ने उस मासूम बच्चे के बहुत ही भयानक तरीके से हुए कत्ल करने वाले वाले कातिल का तो पता लगा लिया।

लेकिन इस कत्ल के पीछे की इतनी बड़ी कहानी सुनकर इस इलाके के लोग सहम गए। और बिल्कुल विश्वास नही कर पा रहा है।

 

जांच के दौरान पुलिस को पता चल गया था की, यह मामला चोरी का नही ह

सीन ऑफ क्राइम को देखकर पुलिस के टीम को भी पता चल गया था कि यह मामला चोरी डकैती का नही है। क्योंकि बच्चे के घर में अकेले रहने और घर में सभी सदस्यों का बाहर होना और उसके बावजूद घर की सारी चीजे अपने जगह पर पड़ी हुई थी। किसी ने घर के समान को हाथ तक नहीं लगाया था। इससे यह साबित होता है कि।, लूट पाट जैसी कोई बात नही थी।

और यही सारी बाते इशारा कर कर रही थी कि, कातिल कोई बाहरी नहीं, बल्कि घर का ही कोई खास व्यक्ति है।

असल में, श्रेयांस के घर में किसी की समान्य एंट्री, घटना के समय कुत्ते का चुप रहना, दरवाजे पर किसी भी तरह का तोड़ फोड़ का निशान नहीं होना। यह सारी बाते एक ही तरफ इशारा कर रही थी कि, कातिल कोई और नहीं, घर का ही कोई सदस्य हो सकता है।

लेकिन पुलिस को यह नहीं समझ आ रहा था कि,बिना किसी सबूत के घर में किसी के उपर आरोप नहीं लगाया जा सकता था।

बीते कुछ दिन पहले श्रेयांश के स्कूल के बच्चे से हुई थी लड़ाई,

जब पुलिस ने इस घटना की पूछताछ घर के सदस्यों से पूछना सुरु किया तो पता चला कि बीते कुछ दिन पहले श्रेयांस के स्कूल में किसी बच्चे से लड़ाई हो गई थी। जिसकी शिकायत उसकी मां ने बच्चे के घरवालों से की थी। लेकिन यह बात उतनी भी बड़ी नहीं थी। की किसी सकूल के बच्चे का इतना बड़ा साजिश हो सकता है। लिकिन पुलिस इस मामले की पूरी तरह से खंगाल कर देख रही थी।

इसके बाद पुलिस ने असली कातिल की तलास के लिए घर के एक के बाद एक सदस्य के मोबाइल फोन से कॉल डिटेल निकलवाई।

घर के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरे की भी जांच की। पुलिस ने मोबाईल फोन के सीडीआर के जरिए यह पता करना चाहती थी, घर वाले किससे और कब कब बाते की है। पुलिस भी उस संदिग्ध नंबर की तलास में थी,और कैमरे की जांच की कातिल घर मैं कैसे घुसा। इसी दौरान पुलिस को श्रेयांश के घर की तरफ आ रही पैदल एक महिला के उपर नजर पड़ी। महिला ने अपना चेहरा छुपाने के लिए मास्क भी लगाया हुआ था। जब पुलिस इस महिला के बारे में जानने की कोशिश करती है। तब पता चलता है कि, यह महिला कोलकाता के वाटगंज इलाके की रहने वाली है। इस महिला का नाम इशरत परवीन है।

इसके बाद पुलिस को तुरंत पता चला कि मारे हुए बच्चे की मां शांता शर्मा की बहुत ही खास सहेली है। इसके बाद पुलिस ने इस महिला के वहा होने की वजह से जानने की कोशिश करती है। जब पुलिस इशरत के मोबाइल फोन की जांच करती है। तो पता चलता है कि, इशरत दोपहर के दो बजे तक वाटगंज में ही रहती है। इसके बाद महिला का फोन करीब 6 घंटे के लिए बंद आने लगा। उसके बाद रात के 8 बजे के आस पास उसकी वातगंज के इलाके में ही खुलता है। और यह बात से पुलिस को महिला के उपर सक होने लगता है। पुलिस जानने की कोशिश में जुट जाती है कि, आखिर इशरत का फोन बंद क्यों था। और वह कोननगर क्यू आई थी, यहां से जाने के बाद उसका फोन खुल भी गया। पुलिस इस कहानी का राज जानने के लिए जुट जाती है। और पुलिस को सक होता है कि, कही अपनी सहेली शांता शर्मा से तो मिलने नही आई थी।

आरोपी ने उगला हत्या का राज

जब पुलिस ने सख्ती से दोनो महिला शांता शर्मा और उसकी खास सहेली इशरत से पूछना सुरु किया तो इस हत्या काण्ड का खुलासा हुआ।

दरअसल, सादी से पहले ही शांता शर्मा और इशरत एक दुसरे को बहुत अच्छी तरह से जानते थे। उन दोनो के बीच समलैंगिक संबंध था। यह बात शांता के घर वालो को भी पता थी। लेकिन घर वालो के दबाव से उसने साड़ी कर ली। लेकिन सादी के बाद भी दोनो का मिलना जुलना लगा रहता था। जब शांता का पति घर से बाहर रहता था तो दोनो एक दूसरे के साथ शारिरिक संबंध बनाती थी।

बीते कुछ दिन पहले शांता के बेटे ने उन दोनो को बिस्तर पर नग्न अवस्था में देख लिया था। जिसके बाद से वह इस बात को लेकर बहुत परेशान रहती थी कि कही उसका बेटा यह राज किसी को बता न दे। बादनामी के दर से बचने के लिए दोनो ने मिलकर श्रेयांस को जान से मारने का प्लान बनाया और इस हत्या को अंजाम भी दे डाला।

 

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